पुलिस से भिड़ा बस कर्मचारी, बेल्ट निकाली… लेकिन टीआई छविराम ने दिखाई औकात
न्यूज एक्सपर्ट - सुशील शर्मा
हापुड़ - कांवड़ यात्रा की सुरक्षा में जुटे टीआई छविराम की बड़ी कार्रवाई, ओवरलोड बस सीज, 42 हजार का चालान, यात्रियों को लौटाया किराया
श्रावण माह में कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के उद्देश्य से डीआईजी कलानिधि नैथानी के निर्देशन में हापुड़ पुलिस दिन-रात मुस्तैद है। इसी क्रम में टीआई छविराम की सतर्कता और सख्ती के चलते देर रात एक बड़ी कार्रवाई देखने को मिली, जब क्षमता से अधिक सवारियों से भरी प्राइवेट बस को रोककर न केवल बस को सीज किया गया बल्कि यात्रियों का किराया भी वापस दिलवाया गया।
जानकारी के अनुसार, टीआई छविराम अपने सहयोगी यातायात कर्मियों के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। इस दौरान हरदोई से पंजाब जा रही एक डग्गामार बस पर उनकी नजर पड़ी, जो खचाखच भरी हुई थी। बस को रोककर जब जांच की गई तो सामने आया कि 40 सीटों वाली इस बस में 68 यात्रियों को ठूंस-ठूंस कर भरा गया था। यात्रियों से बातचीत में यह भी खुलासा हुआ कि प्रत्येक सवारी से 800 रुपये वसूले गए थे।
कर्मचारी ने दिखाई दबंगई, टीआई की सख्ती से भागा अंधेरे में
इस कार्रवाई से पहले एक और घटनाक्रम ने पुलिस की सतर्कता को उजागर किया। जब बस को रोका गया तो उसमें मौजूद एक बस कर्मचारी सोनू तिवारी यातायात कर्मियों से उलझ गया। गाली-गलौज करते हुए उसने अपनी बेल्ट निकाल ली और पुलिसकर्मी को डराने की कोशिश करने लगा। स्थिति बिगड़ती देख टीआई छविराम मौके पर पहुंचे और बिना समय गंवाए सोनू तिवारी के पीछे दौड़ लगा दी। हालांकि, अंधेरे का फायदा उठाकर वह मौके से फरार हो गया।
बाद में बस चालक से पूछताछ के दौरान सोनू तिवारी को बुलाने की कोशिश की गई, परंतु उसका मोबाइल फोन बंद मिला। काफी इंतजार के बाद जब वह नहीं लौटा तो टीआई छविराम ने बस को सीज कर टीपी नगर भिजवा दिया।
टीआई छविराम की कार्यशैली की हो रही सराहना
कांवड़ यात्रा के दौरान यातायात प्रबंधन और अवैध व ओवरलोड वाहनों पर लगाम कसने की दिशा में टीआई छविराम की यह कार्रवाई जनमानस में चर्चा का विषय बन गई है। जनता की सुरक्षा और कानून व्यवस्था को सर्वोपरि मानते हुए टीआई छविराम द्वारा किए गए इस साहसिक और संवेदनशील कदम की प्रशंसा की जा रही है।
डीआईजी के निर्देशों पर चल रही इस मुहिम को ज़मीन पर सख्ती से लागू करते हुए टीआई छविराम न केवल अव्यवस्था पर लगाम लगा रहे हैं, बल्कि आमजन में सुरक्षा और भरोसे का संदेश भी दे रहे हैं।









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