News Expert - Sushil Sharma
हापुड़। जिले में सामने आई एक सनसनीखेज वारदात ने हर किसी को सकते में डाल दिया है। लालच इंसान को किस हद तक गिरा सकता है, इसकी मिसाल उस समय देखने को मिली जब एक बेटे ने बीमा की मोटी रकम हड़पने के लिए अपने ही परिजनों की मौत की साजिश रच डाली। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी बेटे विशाल कुमार निवासी मेरठ और उसके साथी सतीश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बीमा के नाम पर खड़ा किया मौत का जाल
पुलिस जांच में सामने आया कि विशाल ने पहले अपने परिजनों के नाम पर करोड़ों रुपये की बीमा पॉलिसियां कराईं और फिर योजनाबद्ध तरीके से उन्हें मौत के घाट उतार दिया। उसका पिता मुकेश सिंघल, मां प्रभा देवी और पत्नी—all बीमा राशि के लालच में मौत की शिकार हुए।
पिता की मौत पर उठा सवाल
विशाल के पिता मुकेश सिंघल का निधन सड़क दुर्घटना के नाम पर दिखाया गया। दावा किया गया कि दिन में गढ़ गंगा से लौटते वक्त एक्सीडेंट हुआ था। लेकिन मेरठ के नवजीवन अस्पताल के रिकॉर्ड में घटना रात की दर्ज है। इसके अलावा पोस्टमार्टम में आई चोटें, बेटे द्वारा बताए गए विवरण से मेल नहीं खातीं।
मुकेश सिंघल ने अलग-अलग बीमा कंपनियों से लगभग 39 करोड़ रुपये का बीमा कराया था, जबकि उनकी वार्षिक आय 12-15 लाख रुपये ही थी।
मां और पत्नी की मौत पर भी शक
पुलिस पड़ताल में सामने आया कि यह सिलसिला 2017 से चल रहा था। उस समय विशाल की मां प्रभा देवी की पिलखुवा क्षेत्र में सड़क हादसे में मौत दिखाई गई थी। इसके बाद विशाल को करीब 80 लाख रुपये का बीमा मिला। इसी तरह पत्नी की मौत पर भी उसे लगभग 30 लाख रुपये का क्लेम मिला।
कंपनी ने कराया मुकदमा दर्ज
बीमा कंपनी निवा बुपा के प्रतिनिधि संजय कुमार ने विशाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि विशाल ने कई कंपनियों से लगभग 50 करोड़ रुपये का क्लेम दाखिल किया है। क्लेम प्रक्रिया के दौरान उसने जांच टीम को सहयोग नहीं दिया, उल्टा अधिकारियों को रिश्वत देने का प्रयास किया। यहां तक कि गवाहों को भी प्रभावित करने की कोशिश की गई।
संजय कुमार ने बताया कि विशाल के आधार और पैन कार्ड में उम्र को लेकर विसंगतियां हैं। साथ ही दुर्घटना में शामिल वाहन का रजिस्ट्रेशन और अन्य जरूरी दस्तावेज भी उपलब्ध नहीं कराए गए।
पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
हापुड़ नगर कोतवाली प्रभारी ने बताया कि विभिन्न बीमा कंपनियों से मिली शिकायतों के बाद गहन जांच की गई। जांच में यह भी सामने आया कि विशाल और उसका साथी सतीश, बीमा धोखाधड़ी का संगठित नेटवर्क चला रहे थे। दोनों को मोदीनगर रोड से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।














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