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भैंसा दौड़ का प्रचार - 18 यूट्यूबर्स पर मुकदमा दर्ज, पुलिस की सख्त कार्रवाई


News Expert - Sushil Sharma 

गढ़मुक्तेश्वर - आगामी कार्तिक पूर्णिमा मेले से पहले प्रशासन ने अवैध गतिविधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में पुलिस ने भैंसा दौड़ जैसी प्रतिबंधित गतिविधि को बढ़ावा देने के आरोप में 18 यूट्यूबर्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बताया जा रहा है कि इन युवकों ने यूट्यूब, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो व ब्लॉग के जरिए भैंसा दौड़ का प्रचार-प्रसार किया था।

पुलिस ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा मेले में हर वर्ष लाखों श्रद्धालु दूर-दराज से सपरिवार दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस दौरान कुछ लोग भैंसा-बुग्गी से आते समय रास्ते में शर्त लगाकर भैंसा दौड़ का आयोजन कर देते हैं। इन दौड़ों में न केवल जानवरों के साथ अमानवीय व्यवहार होता है, बल्कि राहगीरों की जान को भी खतरा रहता है। तेज रफ्तार से दौड़ते भैंसे कई बार भगदड़ जैसी स्थिति पैदा कर देते हैं, जिससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, भैंसा दौड़ के दौरान हार-जीत को लेकर कई बार विवाद और झगड़े तक की नौबत आ जाती है, जिससे मेले की सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित होती है। इस बार भी कुछ युवकों ने मेला शुरू होने से पहले “रिहर्सल” के नाम पर भैंसा दौड़ कराई और उसके वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिए।

इसी आधार पर पुलिस की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम ने ऐसे वीडियो और चैनलों की गहन जांच की। जांच में सामने आया कि कुछ यूट्यूबर्स ने न केवल भैंसा दौड़ के वीडियो अपलोड किए बल्कि दर्शकों को इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित भी किया।

सीओ स्तुति सिंह ने बताया कि जांच के बाद 18 यूट्यूबर्स के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों को बढ़ावा देने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति इस तरह की भैंसा दौड़ या पशु-क्रूरता से जुड़ी पोस्ट या वीडियो शेयर न करें। ऐसा करने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

कार्तिक पूर्णिमा मेले के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन ने सभी थानों को अलर्ट मोड पर रखा है। मेले के दौरान किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि, पशु दौड़, या भीड़ भड़काने वाले आयोजन पर सख्त नजर रखी जाएगी।














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