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एसपी का औचक निरीक्षण, ड्यूटी से नदारद 9 पुलिसकर्मी तत्काल निलंबित सुरक्षा व्यवस्था पर सख्त रुख


News Expert - Sushil Sharma 

गढ़मुक्तेश्वर - कार्तिक पूर्णिमा स्नान से पहले गंगा मेले की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रही पुलिस पर रविवार तड़के बड़ा प्रशासनिक डंडा चला। हापुड़ के पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने देर रात किए गए औचक निरीक्षण में ड्यूटी में लापरवाही पाई जाने पर 9 पुलिसकर्मियों को मौके पर ही निलंबित कर दिया।

जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार की रात लगभग 11 बजे एसपी अचानक मेला क्षेत्र, घाटों, पार्किंग जोन और मुख्य मार्गों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने पहुंचे। निरीक्षण के दौरान कई पुलिसकर्मी अपने-अपने निर्धारित प्वाइंट से अनुपस्थित पाए गए। भीड़भाड़ वाले मेले में सुरक्षा-सतर्कता को सर्वोपरि बताते हुए एसपी ने बिना किसी देरी के कार्रवाई करते हुए सभी को तत्क्षण निलंबित कर दिया और इसकी रिपोर्ट उनके संबंधित जिलों को भेज दी। एसपी कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने साफ कहा कि “गढ़ गंगा मेला लाखों श्रद्धालुओं की आस्था से जुड़ा आयोजन है। यहां ड्यूटी में कोताही किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह लापरवाही नहीं, बल्कि एक गंभीर गलती है, जो जानमाल को जोखिम में डाल सकती है।"

निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों की सूची

उपनिरीक्षक अशोक पाल – थाना कोतवाली, औरैया

उपनिरीक्षक सुदेश कुमार – थाना गोविंद नगर, कानपुर

मुख्य आरक्षी संदीप भाटी – पुलिस लाइन, मेरठ

मुख्य आरक्षी धर्मेंद्र – थाना नसीरपुर, फिरोजाबाद

मुख्य आरक्षी अजीत सिंह – पुलिस लाइन, कानपुर नगर

आरक्षी सचिन गौतम – थाना चरथावल, मुजफ्फरनगर

आरक्षी आशीष कुमार – थाना अलीगंज, एटा

आरक्षी राहुल देव – पुलिस लाइन, मेरठ

महिला आरक्षी मिनी कुशवाहा – थाना लोहियानगर, मेरठ

25 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ की तैयारी

गढ़मुक्तेश्वर का कार्तिक पूर्णिमा मेला उत्तर भारत के प्रमुख धार्मिक आयोजनों में से एक है। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और पश्चिमी यूपी से लाखों श्रद्धालु यहां गंगा स्नान के लिए पहुंचते हैं। इस वर्ष प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि 25 लाख से अधिक श्रद्धालु मेले में पहुंचेगे।

भीड़ प्रबंधन को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने बड़े पैमाने पर सुरक्षा इंतजाम किए हैं

5000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती

ड्रोन कैमरों से निगरानी

150 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे

कंट्रोल रूम और हेल्प डेस्क

एसपी के साथ डीएम अभिषेक पांडे भी बीते कई दिनों से मेला क्षेत्र का निरंतर निरीक्षण कर रहे हैं और व्यवस्थाओं को मुकम्मल बनाने में जुटे हुए हैं।

स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने एसपी की सख्ती को सही बताते हुए कहा कि ऐसे विशाल आयोजन में अनुशासन ही सुरक्षा की गारंटी है। शहर के व्यापारी मनोज शर्मा ने कहा “जब पुलिस खुद ड्यूटी पर मुस्तैद रहेगी तभी भीड़ नियंत्रित होगी। एसपी का कदम बिल्कुल उचित है और इससे बाकी फोर्स भी सतर्क रहेगी।”

गढ़ गंगा मेले में हुई यह कार्रवाई कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर पुलिस प्रशासन के लिए कड़ा संदेश मानी जा रही है। सभी जिलों की पुलिस को निर्देश जारी किए गए हैं कि यदि कोई भी कर्मी ड्यूटी से गायब पाया गया, तो तुरंत निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।











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