Top News

गढ़ रोड से वासु कॉलोनी तक सड़क बदहाल, कई बार मांग के बावजूद निर्माण नहीं, जिम्मेदार विभागों की चुप्पी

गढ़ रोड से वासु कॉलोनी तक सड़क बदहाल, कई बार मांग के बावजूद निर्माण नहीं, जिम्मेदार विभागों की चुप्पी

सुशील शर्मा 

हापुड़ - शहर के सुप्रीम पेट्रोल पंप, गढ़ रोड से पुरानी नेशनल हाईवे-24 होते हुए पटना, मुरादपुर बिजलीघर एवं वासु कॉलोनी को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग वर्षों से जर्जर अवस्था में पड़ा है। इस मार्ग की स्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि बारिश के मौसम में नाले जैसा दृश्य बन जाता है। स्थानीय निवासियों, व्यापारियों और बिजली विभाग के कर्मचारियों को रोज़ाना जान जोखिम में डालकर सफर करना पड़ रहा है।

कौन विभाग है जिम्मेदार? जवाब देने को कोई तैयार नहीं

पूर्व विधायक गजराज सिंह ने कहा इस मार्ग को लेकर ग्रामीण अभियंत्रण विभाग (RED) से लेकर ब्लॉक, लोक निर्माण विभाग (PWD), जिला पंचायत और जनप्रतिनिधियों तक से बार-बार अनुरोध किए गए, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई। RED ने तो साफ तौर पर "धनराशि उपलब्ध न होने" का हवाला देकर हाथ खड़े कर दिए।


अब सवाल यह उठ रहा है कि जब RED मना कर चुका है, तो क्या इस सड़क को ब्लॉक बनाएगा, लोक निर्माण विभाग देखेगा, या जिला पंचायत के अंतर्गत आएगा? और यदि ये भी नहीं, तो क्या विधायक या सांसद निधि से इस बहुप्रतीक्षित मार्ग का निर्माण होगा?

पूर्व विधायक से भी की गई शिकायत

रविवार को जब पूर्व विधायक गजराज सिंह क्षेत्र भ्रमण पर पहुंचे, तो निवासियों ने उन्हें घेर कर इस मुख्य मार्ग की दुर्दशा की ओर ध्यान आकर्षित किया। लोगों ने साफ कहा कि इस मार्ग के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं, स्कूली बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को चलना तक मुश्किल हो जाता है।


अनेक समाजों का निवास, फिर भी उपेक्षा

इस क्षेत्र में जाटव, सैनी, त्यागी, जाट, कश्यप, ब्राह्मण समेत विभिन्न समाजों के लोग रहते हैं और उनके प्रतिष्ठान भी हैं। बावजूद इसके विकास के दावे धरातल पर नजर नहीं आते। ग्रामीणों का कहना है कि “कागज़ों में गढ़ा मुक्त प्रदेश बन गया, लेकिन हमारी सड़कें अब भी गड्ढों से भरी पड़ी हैं।”

जनता त्रस्त, सरकार मस्त

स्थानीय लोगों का कहना है कि "सरकार प्रचार में व्यस्त है, लेकिन ज़मीनी हकीकत जानने वाला कोई नहीं।" आए दिन ट्रैक्टर, बाइक और रिक्शा इस मार्ग पर फंसते हैं, लेकिन कोई जिम्मेदार अधिकारी या जनप्रतिनिधि स्थिति सुधारने नहीं आता।

अब यह देखना होगा कि इस बुनियादी समस्या का समाधान कौन करता है, या फिर हापुड़ की जनता यूं ही विकास की बाट जोहती रहेगी।

Post a Comment

Previous Post Next Post