Top News

एडीजी ने किया पिलखुवा पुलिस प्रशिक्षण केंद्र और महिला थाना का निरीक्षण


News Expert - Sushil Sharma 

हापुड़। पिलखुवा क्षेत्र स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में बुधवार को अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) मेरठ जोन ने औचक निरीक्षण किया। उनके साथ पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह भी मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान एडीजी ने रिक्रूट आरक्षियों की प्रशिक्षण दिनचर्या को करीब से देखा और उनकी समस्याओं व आवश्यकताओं की जानकारी ली।


सुविधाओं का बारीकी से निरीक्षण

एडीजी ने प्रशिक्षण केंद्र में बने बैरिक, मैस, क्लासरूम, मनोरंजन कक्ष व अन्य मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने साफ-सफाई व्यवस्था की जांच की और विशेष रूप से रसोई व भोजन की गुणवत्ता का निरीक्षण किया। भोजन बनाने के तरीकों से लेकर उसके स्वाद और पोषण स्तर तक की गहन पड़ताल की।


महिला थाने का किया निरीक्षण 

अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) मेरठ जोन ने पुलिस अधीक्षक के साथ बुधवार को महिला थाना का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने थाने पर स्थापित मिशन शक्ति केंद्र, कार्यालय, कंप्यूटर कक्ष, बिल्डिंग और अन्य व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया।

महिला सुरक्षा पर सख्त निर्देश

निरीक्षण के दौरान एडीजी ने साफ कहा कि *मिशन शक्ति* के तहत महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए थाने स्तर पर विशेष सतर्कता बरती जाए। किसी भी पीड़िता की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए और महिलाओं को यह महसूस होना चाहिए कि पुलिस हर समय उनके साथ खड़ी है।

मिशन शक्ति केंद्र पर विशेष फोकस

एडीजी ने मिशन शक्ति केंद्र की कार्यप्रणाली, वहां रखे रजिस्टर, शिकायत निस्तारण प्रक्रिया, महिला सुरक्षा संबंधी प्रकरणों की मॉनिटरिंग की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि महिलाओं और बालिकाओं से जुड़े मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

रिक्रूट आरक्षियों से सीधा संवाद

निरीक्षण के दौरान एडीजी ने रिक्रूट आरक्षियों से सीधे संवाद भी किया। उनसे उनकी दिनचर्या, प्रशिक्षण की कठिनाइयों और व्यक्तिगत सुझावों के बारे में विस्तार से पूछा। आरक्षियों ने अपनी बात खुलकर रखी, जिस पर एडीजी ने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि यह भावी पुलिस बल की नींव है, इसलिए इसकी गुणवत्ता में कोई समझौता बर्दाश्त नहीं होगा।

प्रशिक्षण को और बेहतर बनाने के निर्देश

एडीजी ने संबंधित अधिकारियों को हिदायत दी कि प्रशिक्षण केंद्र में शारीरिक अभ्यास, ड्रिल, कानून संबंधी कक्षाओं, और मानसिक मजबूती के अभ्यासों को और अधिक आधुनिक एवं प्रभावी बनाया जाए। उन्होंने कहा कि रिक्रूट आरक्षियों को इस तरह तैयार किया जाए कि वे भविष्य में हर परिस्थिति का सामना करने में सक्षम हों।

पुलिस अधीक्षक का आश्वासन

निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक कुंवर ज्ञानंजय सिंह ने कहा कि पुलिस प्रशिक्षण केंद्र की व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रशिक्षण की गुणवत्ता और बेहतर होगी ताकि प्रदेश पुलिस को कुशल और सक्षम जवान मिल सकें।

रिक्रूट आरक्षियों में उत्साह

एडीजी के दौरे और संवाद से प्रशिक्षण ले रहे रिक्रूट आरक्षियों में उत्साह देखने को मिला। उनका कहना था कि वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन से उन्हें प्रशिक्षण के महत्व और भविष्य की जिम्मेदारियों को और गहराई से समझने का अवसर मिला।

एडीजी का यह औचक निरीक्षण न सिर्फ अधिकारियों को जिम्मेदारी का अहसास करा गया, बल्कि रिक्रूट आरक्षियों में भी यह संदेश गया कि उनकी मेहनत और समस्याओं पर शीर्ष अधिकारी खुद नज़र बनाए हुए हैं।







Post a Comment

Previous Post Next Post