News Expert - Sushil Sharma
हापुड़ - शहर के सूर्य विहार मार्केट में गुरुवार सुबह एक ऐसी घटना हुई, जिसने इंसानियत की खूबसूरती को एक बार फिर साबित कर दिया। यहां अपनी गाड़ी में काम कराने पहुंचे सेना के जवान (फौजी) जयदीप का पर्स रास्ते में गिर गया, जिसमें करीब 8,000 रुपये, आधार कार्ड, क्रेडिट-डेबिट कार्ड और अन्य जरूरी दस्तावेज थे। लेकिन यह पर्स बाजार में काम कर रहे एक मिस्त्री को मिला, जिसने बिना देर किए इसे सुरक्षित रखकर वापस लौटाया।
कैसे हुआ पूरा घटनाक्रम?
फौजी जयदीप अपनी गाड़ी की मरम्मत कराने सूर्य विहार मार्केट पहुंचे थे। काम के दौरान उनकी जेब से पर्स निकलकर सड़क पर गिर गया और उन्हें इसका अंदाज़ा भी नहीं हुआ। इसी दौरान विशाल कार श्रृंगार पर काम करने वाले मिस्त्री दानिश की नजर सड़क पर पड़े पर्स पर पड़ी। पर्स खोलकर देखा तो उसमें रुपये के अलावा फौजी की पहचान दर्शाने वाले दस्तावेज भी मौजूद थे। दानिश ने पर्स को सुरक्षित रख लिया और सोचा कि मालिक खोजने जरूर आएगा।
फौजी पर्स ढूंढते पहुंचे बाजार, दानिश ने तुरंत लौटाया
करीब आधे घंटे बाद फौजी जयदीप पर्स को खोजते हुए सूर्य विहार पहुंचे। उन्होंने वहां मौजूद लोगों से पर्स के बारे में पूछना शुरू किया। जब वे दानिश के पास पहुंचे और पर्स का ज़िक्र किया तो दानिश ने तुरंत कहा कि “अगर यह पर्स आपका है तो अंदर क्या-क्या सामान है बताएं।” फौजी ने पर्स में रखी रकम, कार्ड और दस्तावेजों का विवरण बताया। जानकारी मिलते ही दानिश ने मुस्कुराकर पर्स निकालकर फौजी को लौटा दिया। पर्स खोलकर देखा तो सारी वस्तुएं बिल्कुल सुरक्षित थीं। बाजार में मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर दानिश की ईमानदारी की सराहना की।
फौजी जयदीप ने भावुक होकर कहा “मेरे पास जो पैसे थे वह तो फिर आ जाते, लेकिन पहचान पत्र और कार्ड दोबारा बनवाना मुश्किल था। इससे भी बड़ी बात है कि इस लड़के ने मेरे देश और समाज पर भरोसे को मजबूत किया है। दानिश जैसे युवा हमारी असली ताकत हैं। ऐसे लोग ही भारत को सच्चाई और भाईचारे पर खड़ा रखते हैं।” उन्होंने आगे कहा “मैं दानिश को सलाम करता हूं। उसकी ईमानदारी मेरे लिए किसी पुरस्कार से कम नहीं।”
बाजार में चर्चा, लोग बोले ऐसी ईमानदारी आज के समय में दुर्लभ
घटना के बाद सूर्य विहार मार्केट में दानिश की ईमानदारी चर्चा का विषय बनी रही। व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने कहा कि ऐसे युवक समाज की उम्मीदें बढ़ाते हैं और यह साबित करते हैं कि अच्छे लोग आज भी मौजूद हैं।
















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