News Expert - Sushil Sharma
गढ़मुक्तेश्वर/हापुड़ - मानक चौक गांव में 20 सितंबर को किसान तस्वीर सिंह की हत्या ने पूरे क्षेत्र को दहला दिया था। परिवार और ग्रामीणों को यकीन था कि वारदात के पीछे किसी दुश्मनी या बाहरी बदमाशों का हाथ होगा। लेकिन दो महीने लंबी तफ्तीश के बाद पुलिस ने जब सच उजागर किया तो हर कोई सन्न रह गया। किसान की हत्या किसी बाहरी हमलावर ने नहीं, बल्कि उसके अपने नाबालिग बेटे और उसके दो किशोर दोस्तों ने मिलकर की थी।
पिता की डांट-फटकार से नाराज़ बेटा बना साजिशकर्ता
सूत्रों के मुताबिक किसान तस्वीर सिंह अपने 16 वर्षीय बेटे की बिगड़ती संगत से बेहद चिंतित रहते थे। लड़का देर रात तक गलत लड़कों के साथ घूमता था, जिसको लेकर घर में आए दिन विवाद होता रहता था। घटना से एक दिन पहले भी पिता ने बेटे को समझाया था, जिस पर दोनों के बीच तीखा झगड़ा हुआ। बताया जाता है कि उसी रात बेटे ने आक्रोश में साजिश रच ली और अपने दो दोस्तों को भी इसमें शामिल कर लिया।
फोन कॉल बन गया मौत का निमंत्रण
20 सितंबर की शाम परिवार में हड़कंप तब मचा जब तस्वीर सिंह को एक किशोर का फोन आया “अंकल, आपका बेटा जंगल में आत्महत्या करने जा रहा है… जल्दी आइए!” बेटे को बचाने की चिंता में पिता तुरंत खेतों की ओर दौड़ पड़े। वहां पहुंचकर उन्होंने बेटे को बुलाया और समझाने का प्रयास किया। इसी दौरान घात लगाकर बैठे उसके दोनों नाबालिग साथियों ने पीछे से 315 बोर के देसी तमंचे से किसान पर फायर कर दिया। तस्वीर ज़मीन पर गिर पड़े और तीनों लड़के अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। घायल किसान को तुरंत मेरठ ले जाया गया, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। घटना के बाद परिवार सदमे में चला गया और गांव में दहशत का माहौल बना रहा।
हत्याकांड में कोई ठोस सुराग न मिलने से पुलिस की जांच जटिल होती जा रही थी। विभिन्न कोणों से पूछताछ और तकनीकी विश्लेषण के बावजूद कोई निश्चित दिशा नहीं मिल रही थी। ग्रामीणों ने भी कई आशंकाएं जताईं, पर असल चेहरों तक पहुंच पाना मुश्किल हो रहा था। लेकिन आखिरकार मुखबिर की गोपनीय सूचना पर पुलिस ने मृतक किसान के बेटे के दो दोस्तों 16 और 15 वर्ष को पकड़ लिया। कड़ाई से पूछताछ में दोनों किशोरों ने पूरी योजना उजागर कर दी। पुलिस ने वारदात में प्रयोग किया गया 315 बोर का तमंचा और घटना स्थल से मिला खाली खोखा भी बरामद कर लिया है। पुलिस के अनुसार हत्या की साजिश का मुख्य सूत्रधार किसान का नाबालिग बेटा है, जो अभी फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम गठित की गई है। पकड़े गए दोनों किशोरों को विधिक प्रक्रिया के तहत बाल सुधार गृह भेजे जाने की तैयारी है।
परिवार और गांव में सदमा “सोचा भी नहीं था कि बेटा ऐसा कर सकता है”
वारदात के खुलासे के बाद परिवार में मातम गहरा गया है। ग्रामीण भी इस घटना को अविश्वसनीय बताते हुए कहते हैं कि हाल के वर्षों में गांव में ऐसा भयानक मामला पहले कभी सामने नहीं आया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि “कई बार अभिभावकों की सख्ती या बच्चों की गलत संगत, युवावस्था में ऐसा मनोवैज्ञानिक दबाव बना देती है, जो बड़े अपराध का रूप ले लेती है।”
















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